
17 अगस्त से किसान-मजदूर-नौजवानों के अनिश्चितकालीन धरना
वहीं बंकिम चंद्र दत्त ने कहा कि इसकी लिखित सूचना विभिन्न किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने संयूक्त रूप से केसरिया अंचलाधिकारि को दे दिया है। मठिया पंचायत समेत प्रखंड के बथना, ताजपूर, सून्दरापूर, बैरिया ढेकहा, हूसेनी समेत दर्जन भर पंचायतों मे कोविड-19 के वजह से विगत साढे चार माह से लगाये गये तालाबंदी एवं अतिवृष्टि व बाढ़ की वजह से आमजनों का जीवन बूरी तरह प्रभावित हो गया है। किसानो का फसल नष्ट हो गई है, मजदूरों को काम नही है, जनवितरण का राशन कालाबाजार मे बेचवा दिया गया है।
दूसरी तरफ पंचायत सरकार और प्रखंड प्रशासन बचाव और राहत के नाम पर सरकारी सहायता मनमानी और लूट का शिकार हो कर दम तोड़ चूका है। लाकडाउन के बहाने पदाधिकारी पीड़ितों की आवाज दबा रहे हैं। ऐसे में आमजनों के सामने संघर्ष के अतिरिक्त कोई रास्ता शेष नहीं है।
केसरिया से दीनानाथ पाठक की रिपोर्ट