
उद्घाटन के पूर्व ही ध्वस्त हुआ जल मीनार, जिलाधिकारी ने कहा असामाजिक तत्वों की करतूत, होगी जांच
चकिया (Chakia): पिछले चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के चुनाव मैदान में कूदने के पहले अपना सात निश्चय को जनता के सामने रखा था, जिसमे एक बड़ी व महत्वकांशी योजना जल नल गोजन थी। सुशाशन बाबू इसी साथ निश्चय की बदौलत बिहार की राजनीति में सिरमौर बने थे। जनता ने उनके हर घर नल का जल योजना को स्वीकार करते हुए उन्हें फिर से बिहार की राजगद्दी सौपी थी। चुनाव जीतने के बाद सुशाशन बाबू ने इस योजना को एक राजनीति के तहत इसकी जिम्मेवारी गांव के वार्ड सदस्यों को दी थी, लेकिन आज इसकी जमीनी हकीकत क्या है सभी जानते है।
अगर नही जानते तो पहले देखिये इन तस्वीरों को फिर आप खुद समझ जाएंगे कि आखिर इसकी जमीनी हकीकत क्या है ।
जी ये जलमीनार है मोतिहारी के चकिया के स्वांगिया पंचायत के वार्ड नंबर 3 की जहां आज ही इसे जनता को जिलाधिकारी द्वारा सुपुर्द करना था लेकिन, कमीशनखोरी व प्रसाशनिक लापरवाही के चक्कर मे आज ये जल नल योजना ठग नल योजना में तब्दील हो गया है। आज ही वीडियो कंफ्रेंसिंग के साथ नीतीश कुमार के द्वारा इसकी समीक्षा की गई थी व आज ही इसे जनता को सुपुर्द भी करना था। लेकिन ये क्या ये तो उद्घाटन के पूर्व ही धराशाही हो गया है। हो भी क्यो नही साहेब जिस योजना में 35 से 40 प्रतिशत तक कमीशन लगता हो उस योजना का हश्र तो ऐसा ही होगा।
आपको ये भी बता दे कि ये जिले का कोई पहली घटना नही है बल्कि ऐसे दर्जनों जलमिनार कमीशन खोरी व भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। वही जब इस बावत मोतिहारी जिलाधिकारी शिर्षत कपिल अशोक से मीडिया ने सवाल किया तो महोदय ने इसे शरारती तत्वो की करतूत बताया व कहा कि जांच होगी। लेकिन साहेब पहले ये तो बताइए कि पहले से जो शिकायते आपके पास लंबित है उसका क्या हुआ।
चकिया से अमितेश कुमार रवि की रिपोर्ट